लय के प्रकार
1...विलंबित लय....जिस लय की चाल बहुत धीमी हो ,उसे विलंबित लय कहते हैं । विलंबित लय का अंदाज, मध्य लय से यों लगाया जाता है-- मान लीजिए, एक मिनट में आपनें एक -सी चाल से साठ तक गिनती गिनी ,तो उसे अपनी मध्य लय मान लीजिए। इसके बाद इसी एक मिनट में समान चाल से तीस तक गिनती गिनी ,तो विलंबित लय करेगें अर्थात तीस तक जो गिनती गिनी गई, उसकी लय साठ वाली गिनती से आधी हो गई ।
2....मध्य लय....जिस लय की चाल विलंबित से तेज और द्रुत से कम हो ,उसे मध्य लय कहते हैं। यह लय बीच की होती है।मध्य का अर्थ है ...बीच ।
3....द्रुत लय ....जिस लय की चाल विलंबित लय से चौगुनी या मध्य लय से दुगुनी हो ,उसे द्रुत लय करेगें ।एक मिनट में समान चाल से साठ तक गिनती गिन कर मध्य लय कायम की गई है ।अब यदि एक मिनट में एक सौ बीस तक गिनती गिनी जाएगी ,तो निश्चय ही गिनती की चाल तेज हो जाएगी। द्रुत का अर्थ है ....तेज ।
शुभा मेहता
13th,February, 2025
मुझे लगता है कि संगीत या कविता में लय का सही होना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि वही लय रचना को जीवंत और आकर्षक बनाती है। विलंबित लय का धीमा चलना हमें आराम और स्थिरता का एहसास कराता है, जबकि मध्य लय से संतुलन बना रहता है। द्रुत लय की तेजी से रचना में उत्साह और गति आ जाती है।
ReplyDeleteजी ,सही कहा आपनें ।
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