वर्ण

गानें की क्रिया को वर्ण कहते है । वर्ण चार  प्रकार के होते हैं जिन्हें क्रमश:....
1.. स्थाई
2..आरोही 
3..अवरोही
4..और संचारी वर्ण 
स्थाई वर्ण....एक ही स्वर बार -बार ठहर-ठहर कर बोलने या गानें की क्रिया को स्थाई वर्ण कहते हैं जैसे ...सा सा सा सा ,रे रे रे रे ,ग ग ग ग  । स्थाई का अर्थ है ...  'ठहरा हुआ'  ।
आरोही वर्ण..... नीचे के स्वर से ऊँचे स्वर तक चढनें या गानें की क्रिया को आरोही वर्ण कहते हैं जैसे ..सा ,रे ,ग,म,प,ध,नी ..।
अवरोही वर्ण...ऊँचे स्वर  से नीचे स्वरों पर आने या गानें की क्रिया को अवरोही वर्ण कहते हैं  जैसे सां ,नी ,ध,प,म,ग,रे ,सा ..।
संचारी वर्ण.....स्थाई, आरोही और अवरोही .इन तीनों के संयोग से जब स्वरों की उलट पलट की जाती है ,अर्थात जब तीनों वर्ण मिलकर अपना रूप दिखाते हैं तब इस क्रिया को संचारी वर्ण कहते हैं ।
 
शुभा मेहता 
29th,Aug ,2024

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